Thursday 4 December 2014

खाघ पदार्थ जो लड़े पीसीओएस से


आज की महिलाओं में पीसीओएस यानी कि पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की बीमारी बहुत तेजी से फैल रही है। यह एक प्रकार की सिस्ट होती है जो कि ओवरी में होती है। पहले यह समस्या 25 की उम्र के बाद महिलाओं में देखी जाती थी पर अब छोटी बच्चियां भी इसकी जकड़ में आने लग गई हैं। खराब डाइट, शारीरिक व्यायाम न करना, पौष्टिकता में कमी और कुछ खराब आदते हैं जैसे , स्मोकिंग या शराब पीना आदि इस बीमारी का कारण माना जाता है।
पीसीओएस तब होता है जब सेक्स हार्मोन में असंतुलन पैदा हो जाता है। हार्मोन में जऱा सा भी बदलाव मासिक धर्म चक्र पर तुरंत असर डालता है। इस कंडीशन की वजह से ओवरी में छोटा अल्सर(सिस्ट) बन जाता है। इस बीमारी को सही किया जा सकता है लेकिन तब जब लाइफस्टाइल सही हो और खान-पान उस लायक हो तब। अगर हार्मोन लेवल को बैलेंस कर लिया जाए तो पीसीओएस को दूर भगाया जा सकता है। महिलाओं तथा लड़कियों को इससे बचने के लिये नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिये और ऐसे आहार खाने चाहिये जिसमें फैट कम हो। अगर आप पीसीओएस डाइट लेती हैं तो, इससे आप मधुमेह से बची रहेगी और आप आगे चल कर मां भी बन सकती हैं। आइये जानते हैं पीसीओएस डाइट के बारे में-

साल्मन मछली

इस मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम होता है। यह न केवल दिल के बल्कि महिलाओं में एंड्रोजन हार्मोन के लेवल को भी ठीक रखता है।

सलाद पत्ता

सब्जियां पौष्टिक होती हैं। इंसुलिन प्रतिरोध पीसीओएस का एक आम कारण होता है इसलिये अपने आहार में सलाद पत्ते को शामिल करें।

जौ

यह साबुत अनाज ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम होता है और लो जीआई इंसुलिन को बढने से रोकते हैं और पीसीओएस से लड़ते हैं।

दालचीनी

यह मसाला शरीर में इंसुलिन लेवल को बढने से रोकता है और मोटापा भी कम करता है।

ब्रॉक्ली

इस हरी सब्जी में विटामिन्स होते हैं, कम कैलोरी और कम जी आई भी होता है। इसे हर महिला को खानी चाहिये।

मशरूम

लो कैलोरी और लो जीआई मशरूम जरुर ट्राई करें

टूना

टूना मछली बहुत पौष्टिक होती है और उसमें बहुत सारा ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन पाया जाता है जो कि पीसीओएस से लड़ता है।

टमाटर

इसमें लाइकोपाइन होता है जो वेट कम करता है और बीमारी से भी बचाता है।

शकरकंद

अगर आपको मीठा खाने का मन करे तो आप इस कम जीआई वाले खाघ पदार्थ को खा सकती हैं।

अंडा

यह पौष्टिक होता है इसलिये इसे जब भी उबाल कर खाएं तो इसके पीले भाग को निकाल दें क्योंकि यह हार्ट के लिये खराब होता है। इसमें हाई कोलेस्ट्रॉल होता है।

दही

यह न केवल कैल्शियम से भरा होता है बल्कि यह महिलाओं में मूत्राशय पथ संक्रमण से लडऩे में भी मददगार होता है।

मेवा

बादाम में अच्छा फैट पाया जाता है जो कि दिल के लिये अच्छा होता है।

पालक

इसमें बहुत कम कैलोरी होती है और यह एक सूपर फूड के नाम से जाना जाता है। इसे खाइये और पीसीओएस को दूर भगाइये।

दूध

जो महिलाएं पीसीओएस से लड़ रही हैं उन्हें कैल्शियम की आवश्यकता होती है। यह अंडे को परिपक्वत करने में, अंडाशय को विकसित और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। रोजाना दो गिलास बिना फैट का दूध पियें।

मुलहठी

यह एक हर्बल उपचार है जिसे खाने से महिला के शरीर में पुरुष हार्मोन कम होने लगता है और पीसीओएस से सुरक्षा मिलती है।

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