Tuesday 16 September 2014

प्यार एवं रिश्ते


प्यार क्या है? प्यार के कई रुप होते हैं। जिन लोगों को आप प्यार करते हैं, वे अक्सर वो लोग होते हैं जिनके साथ रहना और समय बिताना आपको अच्छा लगता है।
ये वे ही लोग हैं जिन्हें खो देना आप सहन नहीं कर सकते हैं, और वे जिनके बारे में आप सबसे ज़्यादा परवाह करते हैं।
दूसरी ओर, भले ही कोई व्यक्ति आपके साथ बुरा वर्ताव करें या आपको दुख पहुँचाएं, आप तब भी उनसे सचमुच प्यार कर सकते हैं । आप अपने माता-पिता, अपने परिवार, अपने मित्रों या किसी पालतू जानवर और अपने साथी के लिए अलग अलग रुप में प्यार महसूस कर सकते हैं।

प्यार करना एवं प्यार में होना

किसी को प्यार करना एवं उनके प्यार में होना, एक ही बात नहीं है। एक रिश्ते की शुरुआत किसी के प्यार में होने जैसी होती है, जब आप सिफऱ् दूसरे व्यक्ति की अच्छाइयाँ ही देखते हैं और एक तरह से अपने आप को बादलों में घूमता हुआ पाते हैं! कुछ समय बाद इन भावनाओं में बदलाव आ जाते हैं, और तब दूसरे व्यक्ति के लिए आपकी भावनाएं अधिक गहरी, स्थिर, मधुर एवं परवाह करने वाली हो जाती हैं - आप उन्हें प्यार करने लगते हैं।

क्या आप पहली नजऱ के प्यार में विश्वास रखते हैं ?

आप किसी ऐसे व्यक्ति को भी प्यार कर सकते हैं जिन्हें आप ठीक तरह से जानते भी नहीं। या किसी दोस्ती के रिश्ते में भी धीरे धीरे प्यार पनप सकता है। और कभी कभी कुछ लोगों के लिए तभी प्यार की शुरुआत होती हैं जब उन्होंने साथ में सेक्स किया हो।

सामान्यत: प्यार कई चरणों में पनपता है

सबसे पहले यौनिक आकर्षण का आवेष या जुनून होता है, फिर एक बेहद सुंदर, जबरदस्त़ या अत्यधिक तीव्र प्यार में होने वाली भावना और फिर अन्तत: एक गहरा लगाव जो समय के साथ पनपता है और कई सालों तक या जीवन भर रह सकता है।

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