Wednesday 24 September 2014

व्रत में रखें ध्यान



व्रत के दौरान यदि छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए तो किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। साथ ही आप अपनी सेहत भी सुधार सकती हैं
  • दिन में दो-तीन बार विभिन्न प्रकार की मेवा खाएं, लेकिन इनको तलें नहीं। इन्हें भूनकर या कच्चा ही खाएं। इनमें किसी प्रकार का नमक न डालें, क्योंकि इनमें कुदरती तौर पर नमक पाया जाता है।
  •  यदि आप सिंघाड़े या कूटू का आटा प्रयोग करती हैं तो उन्हें बिना मोयन की पूड़ी बनाकर खाएं, लेकिन खाने से पहले इन्हें टिश्यू पेपर में रखकर दबा दें, ताकि ये अतिरिक्त तेल सोख लें। कूटू व सिंघाड़े के आटे की कढ़ी भी बना सकती हैं। इसको उबले सांवा चावल के साथ खा सकती हैं।
  • व्रत में दही का प्रयोग अंवश्य करें। केला, खीरा, आम आदि में दही मिलाकर रायता बना सकती हैं।
  •  यदि खीर बनाना चाहती हैं तो साबूदाना की बजाय सेब, केला, लौकी और मखाने की खीर बना सकती हैं।
  • व्रत का मौका आपके लिए सेहत सही करने का भी अच्छा मौका होता है, इस दौरान फल, मेवा, दूध, दही, पनीर, सब्जियों का सेवन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में दो-तीन बार करके सेहत सुधारी जा सकती है।
  • देशी घी का प्रयोग कम करें। इसके स्थान पर मूंगफली का रिफाइन्ड तेल प्रयोग कर सकती हैं। चाहें तो ऑलिव ऑयल का भी प्रयोग कर सकती हैं।
  • चाय का ज्यादा प्रयोग करने के स्थान पर दूध और जूस आदि का सेवन करें।
  • लंबे समय तक भूखे पेट न रहे। यदि व्रत के दिनों में भोजन नहीं करती है तो सुबह के वक्त दूध, दोपहर के समय जूस या फल लें। रात में फलों की सलाद ले सकती है।
  • यदि एक बार भोजन करती है तो भी अधिक मात्रा में भोजन न करे। भोजन करने के बावजूद यदि यह महसूस होता है कि आप अभी भी भूखी है तो फल, मेवा या छेने की मिठाई का सेवन करे।
  • व्रत के दिनों में केवल मीठे पदार्थो पर ही निर्भर न रहे। इससे सिरदर्द हो सकता है, चक्कर आ सकता है और शरीर शिथिल हो सकता है। सेंधा नमक का सेवन करे।
  • यदि आप सेंधा नमक प्रयोग करती है तो याद रखिए कि यह रिफाइन नहीं होता है। जहां तक संभव हो सेंधा नमक को पानी में घोलकर और छानकर इसका इस्तेमाल करे।
  • व्रत के दिनों में केवल एक ही पदार्थ पर निर्भर न रहे। यह खराब आदत है।
  • यदि आप हाई ब्लडप्रेशर से पीडि़त हैं तो व्रत के दौरान भी दवाएं बंद न करे। साथ ही नमक, फैट वाले पदार्थ व मीठा कम लें।
  • यदि मधुमेह से पीडि़त है तो अपनी दवा अवश्य लें। साथ ही संतरा और खीरा, लौकी अधिक लें। पूड़ी, पकौड़ी न खाएं।

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