Wednesday 12 November 2014

घातक हो सकता है किशोरावस्था में गर्भवती होना


20 वर्ष से कम उम्र की महिलाएं गर्भावस्था की जिन जानलेवा जटिलताओं का सामना करती हैं वहीं खतरा अन्य महिलाओं को भी होता है जैसे रक्तस्त्राव, बाधापूर्ण प्रसव, आयरन की कमी (एनिमिया)। युवा महिलाओं को प्रौढ महिलाओं की तुलना में उच्च रक्तचाप, एनिमिया और असुरक्षित गर्भपात के खतरे का सामना अधिक करना पड़ता है। युवा महिलाओं में खतरे केवल उनकी उम्र की वजह से नहीं बल्कि प्रथम प्रसव के कारण होता है जो कि दूसरे, तीसरे और चौथे प्रसव से ज्यादा जोखिम भरा होता है।

नवजात बच्चों के लिए भी जोखिम

  • 20 वर्ष से पहले गर्भावस्था युवा महिलाओं के नवजात बच्चों के लिए खतरनाक है।
  • डेमोग्राफिक एण्ड हेल्थ सर्वे (डीएचएस) यह दर्शाता है कि युवा महिलाओं से जन्में बच्चों की मृत्यु दर ज्यादा है। 
  • 15 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में अविकसित प्रसव, स्वत: गर्भपात, नवजातो का कम वजन आदि समस्याओं की दर काफी ज्यादा है। 
  • यदि किशोरावस्था में महिलाऐं बच्चों को जन्म देती है तो उन्हें हमउम्र महिलाओं की तुलना जल्दी विकसित होना पड़ेगा। 
  • किशोरावस्था की माँ में आर्थिक रूकावटों और समय की कमी के कारण उच्च शिक्षा कम ही लें पाती है जिसके कारण कॅरियर के कम ही विकल्प होते है और गरीबी भी बढ़ती है।

गर्भावस्था में व्यायाम के प्रभाव

  • ज्यादातर विशेषज्ञों की सहमति है कि प्रसव के दौरान (सामान्य महिलाओं में) निर्धारित 25 से 35 पाउंड से ज्यादा वजन बढ़ाना, बच्चे के जन्म के बाद इसे बढ़े हुए वजन को कम करना काफी कठिन हो जाता है।
  • गर्भावस्था के दौरान अपने स्वास्थ्य स्तर को सामान्य रखकर, आपके वजन में वृद्धि को रोका जा सकता है। व्यायाम की मदद से आप अपनी मांसपेशियों की गतिशीलता और मजबूती को बनाए रख सकते हैं।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए व्यायाम बहुत ही लाभप्रद है, लेकिन जिन महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान अधिक जोखिम होता है अथवा समय से पूर्व प्रसव की संभावना होती है उन महिलाओं को किसी सलाहकार के निर्देशानुसार ही व्यायाम करना चाहिए, जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि व्यायाम से महिला और उसके बच्चे को कोई अतिरिक्त खतरा न उठाना पड़े। 
  • व्यायाम के दौरान, रक्त का प्रवाह आपके अंत: अंगों से (जिसमें गर्भाशय भी सम्मिलित है) आपके मांसपेशियों, फेफड़ों और हृदय को जाता है। यदि आप ज्यादा तनावपूर्ण व्यायाम करते हैं तो आप ऑक्सीजन को गर्भाशय तक जाने से रोकते हैं इसीलिए यह निर्धारित कर ले कि आपकी हृदय गति सामान्य स्तर की रहे ताकि आपके शिशु को उसकी आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन प्राप्त हो।
  • जैसे-जैसे गर्भावस्था बढ़ाती है शरीर का संतुलन केन्द्र बदलता रहता है जिससे आपके गिरने की संभावना बढ़ जाती है। 
  • सामान्य क्रियाएं जैसे, टहलना अथवा लो इम्पैक्ट एरोबिक्स आदि में सम्मिलित होने से गिरने या फिसलने का कोई अतिरिक्त खतरा नहीं होता है। 
  • कुछ क्रियाएं जैसे घुड़सवारी, पर्वतारोहण और फुटबॉल आदि खेल आपके गिरने या घायल होने के खतरे का बढ़ा देते है।
  • व्यायाम आपके शरीर के तापमान को बढ़ा देता है, जो आपके शिशु के विकास को प्रभावित करता है। गर्म मौसम में व्यायाम करते समय सावधानी बरतें और हमेशा यह सुनिश्चित रहे कि व्यायाम के दौरान आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ मौजूद हो। आपके शरीर का तापमान कम रहना चाहिए।

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