Monday 3 November 2014

रात में क्यों रोते हैं बच्चे


बच्चे अकसर रोते हैं, हर उम्र में बच्चों का रोना आम बात है। छोटे बच्चों के रोने का कारण हैं कि वे अपनी बात को सही तरह से कह नहीं पाते, जिससे अपनी बात को कहने के लिए रोने का सहारा लेते हैं। बच्चों के रोने का कम्यूनिकेशन से गहरा ताल्लुक है इसीलिए आपके बच्चे अपनी बात कहने के लिए रोने का सहारा लेते हैं।
वैसे बच्चे के रोने के और भी कई कारण हो सकते हैं जिसे आपको समझना चाहिए। लेकिन सवाल ये उठता है कि बच्चे रात में क्यों रोते हैं। अचानक बच्चे नींद में उठकर रोना क्यों शुरू कर देते हैं। आपके साथ भी कभी ऐसा अनुभव हुआ होगा आपका बच्चा अचानक नींद से जागकर रोना शुरू कर देता है। आपको बच्चों के सोने के पैटर्न को समझना चाहिए। इतना ही नहीं जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते जाएं आपको उन कारणों को भी जानना चाहिए कि आपके बच्चे के साथ ऐसा क्यों होता है। इतना ही नहीं बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी सवालों के जवाब आपको पता होने चाहिए। ज्यादातर बच्चों के साथ ऐसा होता है कि वे नींद से जागकर रोने लगते हैं। ऐसा कई बच्चों के साथ बहुत ज्यादा होता है तो कईयों के साथ बहुत कम। आइए जानें बच्चे रात को क्यों रोते हैं।

बच्चे नींद में क्यों रोते हैं

जब बच्चा इस दुनिया में जन्म लेता है तो वह अपने अनुभवों से दुनिया को महसूस करने लगता है। नया सीखने की प्रक्रिया में बच्चा चीजों को महसूस करने लगता है जिससे कई बार बच्चे को असहज भी महसूस होता है, नतीजन, बच्चा शुरूआती महीनों में अकसर नींद में असहज महसूस करता है। कई बार नवजात शिशुओं में छिकनें की समस्या होती है तो कई बच्चो के नींद में जगने की।
कई बार बच्चे के रोने का कारण शारीरिक परेशानियां होती है। इतना ही नहीं कई बार बच्चे के आसपास का तापमान बहुत गर्म या फिर बहुत ठंडा होता है जिससे बच्चे की नींद में खलल पडऩे लगता है और बच्चा नींद से जगकर रोने लगता है।
कई बार बच्चे के सोने की जगह ठीक नहीं होती यानी बच्चा सोते हुए सहज नहीं होता तो भी बच्चा नींद से जगकर रोने लगता है।
थोड़े बड़े बच्चे बहुत लंबे समय तक नहीं सो पाते जिससे बच्चों को जल्दी ही भूख भी लग जाती है इसीलिए आधी रात को बच्चों को भूख लग सकती है और बच्चे भूख के कारण रोने लगते हैं। हालांकि कई बार मां के दूध पीने के बाद बच्चा फिर से आराम से सो जाता है, ऐसा स्थिति में ये भी हो सकता है कि बच्चा तुरंत दोबारा ना सोएं।
कई बार बच्चा बिस्तर गीला कर देता है तो भी बच्चा रोने लगता है तो कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है कि बच्चे को नींद में ही पेशाब आता है जिससे वह असहज हो जाता है और नींद में ही जोर-जोर से रोने लगता है। हालांकि ऐसी स्थिति में आप बच्चे के लिए डाइपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। बहुत लंबे समय तक या नींद में बच्चे को गीला डाइपर परेशान कर सकता है जिससे बच्चा नींद से उठकर रोने लगता है।
कई बार बच्चे असुरक्षित या फिर अकेला महसूस करते हैं जिससे अपने आसपास मां को ना पाकर अचानक नींद में रोने लगते हैं।
कई बार बच्चे को डरावने सपने दिखाई देते हैं जिससे बच्चा अचानक डर जाता है और एकदम नींद से उठकर रोने लगता है।
इसी तरह के और भी कई कारण है जिससे बच्चा नींद में उठकर अचानक रोने लगता है।

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