Thursday 9 October 2014

ओस्टियोपोरोसिस : हड्डियों का जोखिम


ओस्टियोपोरोसिस या छिद्रित हड्डियों यह हड्डियों की एक आम बीमारी है जिसमें हड्डियाँ का द्रव्यमसन घट जाता है तथा हड्डियाँ के ऊतको का संरचनात्मक क्षरण होने लगता है जिससे हड्डियाँ की भंगुरता बढ जाती है तथा कूल्हों, रीढ तथा कलाई में फै्रक्चर होने का जोखिम बढ जाता है ओस्टियोपोरोसिस से महिला तथा पुरूष दोनो प्रभावित होते है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसकी रोकथाम और उपचार किया जा सकता है।
ओस्टियोपोरोसिस को एक खामोश बीमारीÓ कहा जाता है कि क्योंकि हड्डियाँ का नुकसान बिना किन्हीं लक्षणों के होता हैं, उनमें से एक महिला तथा 4 में से एक पुरूष को अपने जीवन काल में ओस्टियोपोरोसिस संबंधी फ्रैक्चर होते है और तो और जिन महिलाओ को रजोनिवृति के आसपास या इसके बाद फ्रैक्चर हुआ है उन्हे दुगुनी सम्भावना होती है कि उन्हे और फ्रैक्चर हो जाये जिन लोगो की ओस्टियोपोरोसिस के कारण कूल्हे की हड्डी टूट जाती है उनमे से 20 प्रतिशत तक लोगो की साल भर में मृत्यू हो जाती है।
ओस्टियोपोरोसिस के बारे मे कुछ करने के लिए समय का इंतजार करने की जरूरत नहीं है हर व्यक्ति जीवन भर अपनी हड्डियाँ को स्वस्थ और मजबूत बनाये रखने के लिए प्रयास कर सकता है।

ओस्टियोपोरोसिस क्यों होता है?

ओस्टियोपोरोसिस हड्डियों की सशक्तता उनके द्रव्यमान तथा घनत्व पर निर्भर करती है अस्थि घनत्व तथा सबलता बनाए रखने के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम तथा खनिज लवणो एवं अस्थि कोशिकाओ की कार्य प्रणाली को विनियमित करने में सहायता प्रदान करने वाले निश्चित प्रकार के हार्मोन्स का उचित उत्पादन तथा विटामिन डी की पर्याप्त आपूर्ति की आवश्यकता होती है, जो कि कैल्शियम के अवशोषण तथा सामान्य अस्थि निर्माण के लिए अत्यावश्यक है।
हड्डियाँ गतिशील तथा सजीव ऊतक है हमारा शरीर निरंतर रूप से नई हड्डियाँ बनाता और पुरानी को हटाता रहता है, बचपन में हटने के बजाय हड्डियाँ बनती ज्यादा हैं इसलिए हड्डियाँ का आकार बढ़ता है 30या 40 की उम्र के बाद, नई हड्डियाँ को बनाने वाली कोशिकाएं अस्थियां घटाने वाली कोशिकाओ जितना काम नही कर पाती है और हड्डियाँ की कुल मात्रा घटने लगती है तथा इसके परिणामस्वरूप ओस्टियोपोरोसिस विकसित हो सकता है।
पुरूषों में हड्डियाँ के नुकसान की औसत दर तथा जो महिलाएं अभी तक रजोनिवुत नहीं हुई उनमें कम होती है। परन्तु रजोनिवृति के बाद महिलाओ में हड्डियाँ का नुकसान औसतन वर्ष में एक से दो प्रतिशत बता है।
रजोनिवुति के बाद एस्ट्रोजन (महिला हार्मोन) स्तरो का तेजी से घटना इसका कारण होता है शरीर की हड्डियाँ बनाने वाली कोशिकाओ की क्रियाशील बनाए रखने में एस्ट्रोजन का स्तर घटता है तो कुछ संरक्षण समाप्त हो जाता है।
ओस्टियोपोरोसिस के विकसित होने का जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि 25 तथा 35( अधिकतम अस्थि द्रव्यमान) की आयु के बीच आपका अस्थि द्रव्यमान कितना रहा है तथा बाद में यह कितनी तेजी से घटा है आपका अस्थि द्रव्यमान जितना अधिक होगा तो आपके पास भण्डार में अधिक अस्थियां होगी जिससे आपको ओस्टियोपोरोसिस होने का अंदेशा घटेगा, क्योकिं सामान्यरूप जोखिम घटको की जल्दी जानकारी तथा उनकी डाक्टर से उचित सलाह लेकर आस्टियोपोरोसिस के रोकथाम के बारे में कदम उठाने से आनें वाली परेशानियों से बचाव संभव है।

ओस्टियोपोरोसिस विकसित होने के जोखिम घटक क्या हैं

  • महिला का होना
  • कॉकेशियन या एशियाई वंश
  • शरीर का पतला और छोटा ढांचा
  • ओस्टिपोरोसिस का पारिवारिक इतिहास (उदारहण के लिए माता को यदि ओस्टोपोरोसिस के कारण कूल्हे का फ्रैक्चर हुआ है तो आपको कुल्हे का फ्रैक्चर होने का जोखिम दुगुना हो जाता है)।
  • एक वयस्क के रूप में फ्रैक्चर संबंधी आपका व्यक्तिगत इतिहास
  • धूम्रपान करना
  • अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन
  • नियमित व्यायाम न करना
  • भोजन में कैल्शियम की कम मात्रा या फास्ट फूड का अधिक सेवन करना
  • ठीक प्रकार से अवशोषण न होना (पाचनतंत्र द्वारा पोषाहारों का ठीक प्रकार से अवशोषण न किया जाना)

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