आम तौर पर घरों में लोग प्राथमिक उपचार लायक दवाएं और मरहम पट्टी आदि की व्यवस्था रखते हैं यानी फर्स्ट एड बॉक्स। लेकिन इसमें अक्सर ये भी देखा जाता है कि काफी दिनों तक उसकी जरूरत न पड़ने पर दवाएं
एक्सपायर भी हो जाती है। लेकिन यदि आप आपात स्थिति के लिए कुछ होम्योपैथी की दवाएं रखेंगे तो ये हमेशा सही वक्त पर काम देंगी और ये दवाएं कभी एक्सपायर भी नहीं होती। होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी बता रहे हैं ऐसी ही कुछ दवाओं के नाम जिन्हें हमेशा किसी घर में रखा जाए तो आपात स्थिति में राहत पहुंचा सकती हैं। डॉ. द्विवेदी के अनुसार होम्योपैथी दवाईयां काफी सुरक्षित है। इनका शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। इसलिए इन्हें हमेशा साथ में रखना चाहिए। जब भी आप यात्रा कर रहे हो तब भी आप इन दवाओं को अपने साथ रख सकते हैं। हालांकि होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करने से पूर्व होम्योपैथिक चिकित्सक से सलाह भी ली जा सकती है। तो आइए जानते हैं कौन सी वो प्रमुख होम्योपैथी की दवाएं हैं जो आपके पास एक फर्स्ट एड बॉक्स में होना चाहिए:
अर्निका मोंटाना 30 सीएच : आज के इस दौर में व्यक्ति दिनभर की थकान, कमर में दर्द, बदन दर्द और पैरों में दर्द जैसी तमाम समस्याओं से घिरा रहता है। ऐसे में इस दवा का प्रयोग किया जा सकता है। इस दवा को दिन में 3 से 4 बार एक बूंद लेने से उक्त तरह की तमाम समस्याओं में राहत पा सकते हैं। स्कूल से आने के बाद अस्कर बच्चे भी कई बार बदन दर्द से परेशान रहते हैं तो उन्हें भी इसकी एक बूंद दे सकते हैं। ध्यान रहे ये दवा 30 CH की मात्रा में ही पिलाएं।
नक्स वोमिका सी 30 : भागदौड़ भरी लाइफ स्टाइल और अनियमित तथा फास्ट फूड के इस दौर में अपज, गैस बनना, पेट में सूजन, दस्त, उल्टी जैसी तमाम डाइजेशन संबंधी बीमारियां व्यक्ति को घेरे रहती है। ऐसे में आप इस दवा को से लकते हैं। अगर आपको रात को नींद नहीं आती है तो भी इस दवा का प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही डायरिया में इसे भी 30 सीएच पोटेंसी में लें। डायरिया, इनसोमिया जैसी बीमारियों के लिए भी ये दवा बहुत फायदेमंद है।
एकोनिटम नेपेलस 30 सीएच : उक्त दवा आपको सर्द-गरम यानी सर्दी खांसी, बुखार के लिए काफी इफेक्टिव है। ऐसी स्थिति में इस दवा को आप 2 बूंद प्रत्येक एक घंटे ले सकते हैं। बच्चे भी अगर सर्द-गरम से परेशान हैं तो उन्हें हर घंटे एक बूंद देते रहें जब तक कि वे ठीक न हो जाएं। सर्दी-खांसी के अलावा घबराहट आना और सिर चकराने में भी यह दवा राहत देती है।
आर्सेनिक एल्बम 20 सीएच : कई बार हम बाहर का खाने और शादी-बारात के खाने से फूड पॉइजन के शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में अगर आप इस दवा का प्रयोग करते हैं तो काफी राहत मिलेगी। आर्सेनिक एल्बम 20 सीएच दवा आपको खराब खाने से उत्पन्न हुई परेशानी को तुरंत ठीक करने में कारगर है। इस दवा के जरिए आप फूड पॉइजन जैसी परेशानी से 2 – 3 घंटे में राहत पा सकते हैं।
यूपेटोरियम परफोलिएटम सीएच 30: ये दवा पेरासिटामोल की तरह असर करती है। शरीर में दर्द, बुखार, गले में इनफेक्शन में यह दवा काफी मददगार है। एक बूंद दिन में तीन से चार बार लेने से आपका बुखार उतर सकता है।
नोटः- इस लेख में दी गईं दवाओं के प्रयोग से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। ताकि आपको आपनी बीमारी अथवा परेशानी का सही इलाज मिले और आपको राहत मिल सकें।
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