Wednesday 22 February 2023

26 फरवरी से 4 मार्च तक शहर में चलेगा एनीमिया जागरूकता रथ

-  4 मार्च को समापन आयोजित किया जाएगा अप्लास्टिक एनीमिया जागरूकता पर नेशनल सेमिनार

इंदौर। एनीमया जागरूकता के लिए हर वर्ष एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि. और आयुष मेडिकल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा शहर में एनीमिया जागरूकता रथ निकाला जाता है। इस वर्ष पर शहर में एनीमिया जागरूकता के लिए एनिमिया जागरूकता रथ चलाया जाएगा। इस रथ में होम्योपैथी चिकित्सक मौजूद होंगे, जो लोगों को एनीमिया के लक्षण बताकर सीबीसी जांच भी करेंगे। इस रथ से लोगों को घर में मौजूद और आसानी से उपलब्ध होने वाली चीजों से शरीर में खून की कमी को पूरा करने वाली चीजों की जानकारी दी जाएगी।

शहर के वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक और केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि ये एनीमिया जागरूकता रथ शहर में 26 फरवरी से 4 मार्च तक चलाया जाएगा। इसी रथ से लोगों को गुड़-चना बांटा जाएगा, जो शरीर में खून में कमी को पूरा करने में तेजी से सहायक होता है और स्वास्थ्य के लिए अच्छा भी होता है। एनीमिया के लक्षण नजर आने पर इसी रथ से सीबीसी जांच भी मुफ्त की जाएगी। साथ ही इसे दूर करने के लिए गुड़-चना के साथ सत्तू, दलिया-गुड़ खाने की सलाह भी दी जाएगी और होम्योपैथी इलाज भी दिया जाएगा। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि कल इस जागरूकता रथ को लेकर चर्चा की गई। कोशिश की जाएगी कि मंहगे इला की बजाय लोग घरों में मौजूद खाद्य सामग्री से ही शरीर में इसकी कमी को दूर कर सकने वाले इलाज बताए जाए। रथ में चिकित्सक मौजूद रहेंगे, जो कि शहरवासियों को जागरूक करेंगे। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि एनीमिया जागरूकता रथ के समापन पर 4 मार्च को अप्लास्टिक एनीमिया जागरूकता पर नेशनल सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा।

2047 तक एनीमिया मुक्त भारत करने की बात

पिछले दिनों डॉ. द्विवेदी ने राष्ट्रपति और वित्त मंत्री से मुलाकात कर निवेदन किया था कि देश में एनीमिया और सिकलसेल जैसी बीमारियों के इलाज के लिए विशेष प्रयास कर व्यवस्था की जाए, क्योंकि ये ऐसी बीमारी है, जो एक चिकित्सा पद्धति से ठीक नहीं हो सकती है। इस साल के बजट में एनीमिया और सिकलसेल के लिए बजट प्रावधान किया गया है और 2047 तक भारत को एनीमिया मुक्त करने की बात भी कही गई है, जिसके लिए प्रयास तेज किए जाएंगे।

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