Friday, 26 September 2014

डांडिया में छाया फैशन का जलवा


नवरात्रि के दिनों में हर तरफ गरबा की धूम होती है। इसमें गरबा और डांडिया डांस का अपना अलग महत्व है। चूंकि इसे देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए दिनोंदिन इसकी महत्ता बढ़ती ही जा रही है। गुजरात का यह पारंपरिक लोक नृत्य कभी सिर्फ गुजरात तक ही सीमित था,फिर धीरे-धीरे कुछ और राज्यों में भी इसकी धुन सुनाई देने लगी। गुजरात के फोक डांस के रूप में जाना जाने वाला डांडिया अब तो देश के कई हिस्सों में अपनी धूम मचा रहा है। इसकी बड़ी वजह है,धार्मिक महत्व के अलावा इसके मौज-मस्ती वाले रंग।
महानगरों से होते हुए कई राज्यों तक अब इसका विस्तार हो चुका है। साथ ही इसमें ग्लैमर और फैशन का तड़का भी शामिल हो गया है। गरबा के दौरान डांडिया डांस के साथ-साथ फैशनेबल परिधानों को लेकर युवाओं के बीच काफी जोश देखने को मिलता है। इस साल के गरबा डांस के दौरान फैशन में क्या खास है आइए डालते हैं एक नजर-

डांडिया में फैशन का तड़का

इस साल गरबा के दौरान पटियाला सलवार पर टीशर्ट और कमर में गोटे वाला दुपट्टा काफी चलन में है जो भीड़ में भी एक अलग लुक दे रहा है। राजपूती शैली की कुर्ती भी इस साल काफी चलन में है। आप भी इसे पहनना पसंद करते हैं तो यह ध्यान रखें कि अगर उसपर भरत वर्क किया हुआ हो तो उस पर कभी भी प्रेस न करें। इससे वह दब जाता है। साथ ही इस बार बैकलेस डीप गले के डिजाइनर ब्लाउज भी आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। फैशन डिजाइनर श्रुति अग्रवाल का कहना है कि गरबा और डांडिया अब महज गुजरात में ही नहीं,मेट्रो सिटीज के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। गरबा डांस के लिए नेट डिजाइन में मिरर वर्क के साथ कच्ची एंब्रॉयडरी खासतौर से पसंद की जा रही है।

क्या है युवाओं की पसंद

महंगाई को देखते हुए इस बार अधिकांश युवा बाजार से ड्रेस मटीरियल खरीदकर डिजाइनर्स से अपने लिए कपड़े बनवाना ही ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इस बारे में कई युवाओं का कहना है कि गुजराती लुक की गरबा ड्रेस में कच्छ पैटर्न, मिरर वर्क और कलर्स एक जैसे होने की वजह से पार्टी में सभी एक जैसे दिखते हैं इसलिए वे डिजाइनर्स की मदद लेकर पर्सनलाइज्ड लुक की कोशिश करते हैं। इनकी बात सही भी है, तभी तो डिजाइनर्स के पास गरबे की ड्रेसेज तैयार करने की डिमांड खूब आ रही है। इनके अनुसार क्लाइंट्स उस तरह की ड्रेस प्रिफर कर रहे हैं,जिसमें पारंपरिक कट्स डिजाइन और मिरर वर्क भी आ जाए और वह उन्हें अलग लुक भी दे ताकि बाद में यही ड्रेस शादियों और दूसरे अवसर पर काम आ जाए। पारंपरिक ड्रेस को कंटेम्पररी लुक देकर इसे और भी खास बना देता है।

मिरर वर्क की भी है मांग

गुजरात के पारंपरिक मिरर वर्क की खासियत यह है कि इसमें कांच को कपड़े पर चिपकाया नहीं जाता बल्कि रंग-बिरंगे धागों से टांका जाता है। घेरेदार केडिय़ों व इसके साथ पहनी जाने वाली रेडीमेड धोती की पटलियों व पगड़ी पर जब अलग- अलग आकार के रंग-बिरंगे सुंदर मिरर टांके जाते हैं तो यह परिधान एक विशेष गरबा परिधान का रूप ले लेता है। इस प्रकार के पारंपरिक गुजराती गरबा परिधान पहनकर जब आप गरबा नृत्य करेंगे तो गरबा करने का मजा ही कुछ और होगा।

डांडिया भी बना स्टाइलिश

अब तो डांडिया भी स्टाइलिश हो गया है। इस बार सभी के हाथों में अगल-अलग प्रकार के डांडिया नजर आ रहे हैं। अगर आपके पास स्टाइलिश डांडिया नहीं है तो आपके गरबा के उत्साह का मजा अधूरा सा प्रतीत होगा। इस साल बाजार में 50 से भी अधिक रंगों,डिजाइंस और वैरायटी में डांडिया उपलब्ध हैं। मखमली कपड़े से बने प्लास्टिक आदि के डांडिया हमेशा ही पसंद किए जाते रहे हैं। पर इस बार की नवरात्र में बेयरिंग और लाइट वाले बेयरिंग डांडिया लोगों को ज्यादा लुभा रहे हैं।

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