Sunday, 3 August 2014

दूर रहिए नेगेटिव थिंकिंग वाले दोस्तों से

 

दूर रहिए नेगेटिव थिंकिंग वाले दोस्तों से

हम सभी अपने दोस्तों से बहुत प्यार करते हैं। उनके साथ समय बिताना हमें प्रिय लगता है। लेकिन जरा अपने आप से पूछिए कि क्या कुछ दोस्तों से मिलने के बाद आप डिप्रेशन में चले जाते हैं। या आपको घबराहट होने लगती है। या भविष्य के प्रति आपकी चिंता बढ़ जाती है। या फिर आपमें नकारात्मक विचार आने लगते हैं। अगर इनमें से किसी एक प्रश्न का भी उत्तर हाँ है तो सावधान आपको अपने मित्र से दूरी बनाने की जरूरत है। या तो आपकी संगत में वह पॉजिटीव हो जाए या फिर उसकी नेगेटिविटी का आप पर असर ना हो इसलिए आजमाइए कुछ आसान से टिप्स खुद को बचाने के -
  • किसी दोस्त की नकारात्मक बातें सोच-सोच कर आप ऊब गए हैं तो खड़े हो जाइए और 5-10 मिनट टहलें या किसी खुशमिजाज मित्र से फोन पर चलते-चलते बात करें या कोई मधुर संगीत सुनें।
  • नकारात्मक न सोचें क्योंकि इससे तनाव बढ़ता है आप डिप्रेशन में आ जाते हैं।
  • नकारात्मक सोच वाले लोग सकारात्मक सोचने वालों की तुलना में कम जीते हैं।
  • नकारात्मक सोचने वाले लोग अन्य लोगों की तुलना में अधिक भोजन करते हैं। परिणामस्वरूप आगे चलकर उनके बीमार होने की आशंका बढ़ जाती है।
  • नकारात्मक विचार मन में न आएँ, इसके लिए सकारात्मक कार्यों में लग जाएँ।
  • आप चाहें तो प्रकृति के नजदीक जाकर ईश्वर की खूबसूरत संरचना को निहारें, पेड़-पौधे देखें या पक्षियों की आवाज सुनें। मन को सुकून मिलेगा।
  • जब भी मन में नकारात्मक विचार आए तो टीवी पर कोई कॉमेडी प्रोग्राम देखने लगें। कोई अच्छी किताब पढ़ें या रसोई में जाकर मनपसंद व्यंजन बनाएँ।
  • यदि आप किसी अन्य कार्य में व्यस्त हो जाते हैं तो दस मिनट में नकारात्मक विचार स्वत: ही गायब हो जाते हैं।
  • नकारात्मक विचार वाले दोस्तों को समझाने का प्रयास करें अगर वह ना बदले तो उससे बात न करें क्योंकि ऐसे लोग और कुछ करें या न करें लेकिन आपको परेशान अवश्य कर देंगे।
  • दोस्ती अपनी जगह है, दोस्ती में परेशानी भी बाँटी जानी चाहिए लेकिन एक सीमा तक। हर वक्त का रोना आप दोनों के भविष्य के लिए अच्छा नहीं है।
  • इसलिए अच्छा-अच्छा सोचें और अच्छा-अच्छा ही करने की कोशिश करें। यह वक्त अगर चला गया तो फिर लौट कर नहीं आने वाला।

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