लिवर का ध्यान रखें और सेहतमंद रहें
एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर इंदौर पर लीवर की बीमारी एवं वर्षा जनित रोग पर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें होम्योपैथिक चिकित्सक एवं होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय के प्राध्यापक डा. ए.के. द्विवेदी ने कहा कि आयु की अवधि का बढ़ाना मात्र ही अच्छे स्वास्थ्य का सूचक नहीं इस समय विश्वभर में स्वास्थ्य की स्थिति बहुत ही गंभीर है। प्राथमिक दृष्टि से आयु की अवधि का बढऩा मात्र ही अच्छे स्वास्थ्य का सूचक नहीं है। शहरी भारतीयों के खानपान के तौर-तरीकों में हाल में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। ढेर सारे कार्बोहाइड्रेट, बिना रिफाइन किया हुआ आटा और कम वसा वाली खुराक से, रुझान अब उच्च वसायुक्त और कम अवशिष्ट वाली खुराक की ओर हो गया है। आधुनिक भारतीय आहार अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट और वसायुक्त होता जा रहा है। इसके साथ ही एल्कोहल का सेवन भी बढ़ा है, जिसके नतीजे हृदय की बीमारियों, उच्च रक्तचाप (बीपी), मुधमेह और लिवर (कलेजा) से जुड़ी बीमारियों के रूप में सामने आ रहे हैं।
एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर इंदौर पर लीवर की बीमारी एवं वर्षा जनित रोग पर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें होम्योपैथिक चिकित्सक एवं होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय के प्राध्यापक डा. ए.के. द्विवेदी ने कहा कि आयु की अवधि का बढ़ाना मात्र ही अच्छे स्वास्थ्य का सूचक नहीं इस समय विश्वभर में स्वास्थ्य की स्थिति बहुत ही गंभीर है। प्राथमिक दृष्टि से आयु की अवधि का बढऩा मात्र ही अच्छे स्वास्थ्य का सूचक नहीं है। शहरी भारतीयों के खानपान के तौर-तरीकों में हाल में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। ढेर सारे कार्बोहाइड्रेट, बिना रिफाइन किया हुआ आटा और कम वसा वाली खुराक से, रुझान अब उच्च वसायुक्त और कम अवशिष्ट वाली खुराक की ओर हो गया है। आधुनिक भारतीय आहार अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट और वसायुक्त होता जा रहा है। इसके साथ ही एल्कोहल का सेवन भी बढ़ा है, जिसके नतीजे हृदय की बीमारियों, उच्च रक्तचाप (बीपी), मुधमेह और लिवर (कलेजा) से जुड़ी बीमारियों के रूप में सामने आ रहे हैं।
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