साल में कम से कम एक बार डेन्टिस्ट के पास जाकर दांतों की सफाई कराना चाहिए। अगर आपको कैविटी या दांतों से संबंधित कोई समस्या हो तो डेंटिस्ट इलाज करेगा। डेंटिस्ट बच्चों का चेकअप करके ये देखता है कि उनके दांत सही जगह पर आ रहे हैं या नहीं। साथ ही उम्रदराज लोगों को भी अपने दांतों का उतना ही ख्याल रखना चाहिए, जितना हम बच्चों के लिए सजगता रखते हैं।
डेंटिस्ट कई बीमारियों के लिए चेकअप करता है, जैसे मसूड़े की बीमारी, ओरल कैंसर, डायबिटीज़ और कुछ सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिसीज़ इत्यादि।
आप डेन्टिस्ट के पास जाने से पहले याद रखें
आपको डेन्टिस्ट से जो भी सवाल पूछना है उसे लिख लीजिए। कहीं ऐसा ना हो कि आप डेंटिस्ट से कुछ ज़रूरी सवाल पूछना भूल जाएं।
अपने इंश्योरेंस, मेडिकल और डेन्टल स्कीम की जानकारी रखें।
अपने पुराने डेन्टल रिकॉर्ड और एक्स-रे वगैरह साथ लाएं। अगर आपके पुराने डेन्टिस्ट ने आपको रिकॉर्ड नहीं दिए हैं, उससे वो रिकार्ड ले लें, या उसे नए डेंटिस्ट को रिकॉर्ड देने को कहें।
अगर बच्चे को साथ ले जा रहे है तो उसे डराए नहीं। ऐसा जताएं कि डेंटिस्ट के पास जाने के लिए आप बहुत उत्साहित हैं।
अपने इंश्योरेंस, मेडिकल और डेन्टल स्कीम की जानकारी रखें।
अपने पुराने डेन्टल रिकॉर्ड और एक्स-रे वगैरह साथ लाएं। अगर आपके पुराने डेन्टिस्ट ने आपको रिकॉर्ड नहीं दिए हैं, उससे वो रिकार्ड ले लें, या उसे नए डेंटिस्ट को रिकॉर्ड देने को कहें।
अगर बच्चे को साथ ले जा रहे है तो उसे डराए नहीं। ऐसा जताएं कि डेंटिस्ट के पास जाने के लिए आप बहुत उत्साहित हैं।
डेंटल आपका इलाज कैसे कर सकता है?
एक्स-रे निकालना - जब आप डेन्टिस्ट के क्लीनिक में जाते हैं, तो बहुत सी जांच शुरू हो जाती है। शायद आपके मुंह का एक्स रे भी निकाला जाए। एक्स रे से पता चलता है कि आपके दांत कितने स्वस्थ्य या मजबूती से अपनी जगह पर जमे हुए हैं।
एक्स रे से मुंह के अंदर की हड्डियां भी दिख जाती हैं। इससे केविटी का पता चल जाता है। एक्स रे निकालने के लिए डेन्टिस्ट आपके मुंह के अंदर एक स्पेशल फिल्म डालकर एक्स रे मशीन का इस्तेमाल करता है। डेंटिस्ट आम तौर पर चार एक्स रे निकालते हैं और आप कुछ ही मिनट में उन्हें देख भी सकते हैं।
दूसरा कदम - दांतों की सफ़ाई
दांतों की जांच के दौरान डेन्टिस्ट मिरर और मेटल इन्स्ट्रूमेंट का इस्तेमाल करते हैं। मेटल इन्स्ट्रूमेंट की मदद से वो दांतों में जमी गंदगी साफ करते हैं, क्योंकि गंदगी से धीरे-धीरे दांत कमज़ोर पड़ सकते हैं। इसके अलावा डेंटिस्ट एक ट्यूब की मदद से मुंह से लार निकाल सकता है।
आपके दांतों की सफाई के लिए डेन्टिस्ट इलेक्ट्रिक ब्रश और स्पेशल टूथपेस्ट का इस्तेमाल करता है। इससे आपके दांत चिकने और चमकीले नजऱ आते हैं। डेंटिस्ट आपके दांतों को फ्लॉस भी करता है।
तीसरा कदम - फ्लोराइड ट्रीटमेंट
आपको फ्लोराइड ट्रीटमेंट भी दिया जा सकता है। फ्लोराइड एक तरह का खनिज है, जो दांतों को मज़बूत बनाता है, साथ ही केविटी की समस्या नहीं होने देता। ज़्यादातर टूथपेस्ट में फ्लोराइड रहता है।
फ्लोराइड ट्रीटमेंट के तहत दांत का डॉक्टर आपके मुंह में लिक्विड डालकर उसे पूरे मुंह में फैलाने के लिए कहेगा। या आपके दांतों पर डेन्टिस्ट जैल भी लगा सकता है। कुछ देर मुंह में रखने के बाद आप इसे थूक सकते है या पानी से मुंह धो सकते है।
चौथा कदम - मसूड़ों की जांच
डेंटिस्ट आपके दांतों और मसूड़ों की जांच करके देखता है कि केविटी या अन्य बीमारी के लक्षण तो नहीं हैं। आप अपने डेन्टिस्ट से दांतों को स्वस्थ रखने के तरीक़े के बारे में चर्चा करने के साथ ही ये भी पूछ सकते हैं कि कौन-सा खाना दांतों के लिए अच्छा रहेगा। डेन्टिस्ट आपको दांतों को स्वस्थ रखने का तरीक़ा बताएगा।
सारी जांच के बाद अगर आपके दांतों में कुछ समस्या हुई तो डेन्टिस्ट आपको बता देगा। साथ ही वो अगली मुलाकात की तारीख़ भी बता देगा।
एक्स रे से मुंह के अंदर की हड्डियां भी दिख जाती हैं। इससे केविटी का पता चल जाता है। एक्स रे निकालने के लिए डेन्टिस्ट आपके मुंह के अंदर एक स्पेशल फिल्म डालकर एक्स रे मशीन का इस्तेमाल करता है। डेंटिस्ट आम तौर पर चार एक्स रे निकालते हैं और आप कुछ ही मिनट में उन्हें देख भी सकते हैं।
दूसरा कदम - दांतों की सफ़ाई
दांतों की जांच के दौरान डेन्टिस्ट मिरर और मेटल इन्स्ट्रूमेंट का इस्तेमाल करते हैं। मेटल इन्स्ट्रूमेंट की मदद से वो दांतों में जमी गंदगी साफ करते हैं, क्योंकि गंदगी से धीरे-धीरे दांत कमज़ोर पड़ सकते हैं। इसके अलावा डेंटिस्ट एक ट्यूब की मदद से मुंह से लार निकाल सकता है।
आपके दांतों की सफाई के लिए डेन्टिस्ट इलेक्ट्रिक ब्रश और स्पेशल टूथपेस्ट का इस्तेमाल करता है। इससे आपके दांत चिकने और चमकीले नजऱ आते हैं। डेंटिस्ट आपके दांतों को फ्लॉस भी करता है।
तीसरा कदम - फ्लोराइड ट्रीटमेंट
आपको फ्लोराइड ट्रीटमेंट भी दिया जा सकता है। फ्लोराइड एक तरह का खनिज है, जो दांतों को मज़बूत बनाता है, साथ ही केविटी की समस्या नहीं होने देता। ज़्यादातर टूथपेस्ट में फ्लोराइड रहता है।
फ्लोराइड ट्रीटमेंट के तहत दांत का डॉक्टर आपके मुंह में लिक्विड डालकर उसे पूरे मुंह में फैलाने के लिए कहेगा। या आपके दांतों पर डेन्टिस्ट जैल भी लगा सकता है। कुछ देर मुंह में रखने के बाद आप इसे थूक सकते है या पानी से मुंह धो सकते है।
चौथा कदम - मसूड़ों की जांच
डेंटिस्ट आपके दांतों और मसूड़ों की जांच करके देखता है कि केविटी या अन्य बीमारी के लक्षण तो नहीं हैं। आप अपने डेन्टिस्ट से दांतों को स्वस्थ रखने के तरीक़े के बारे में चर्चा करने के साथ ही ये भी पूछ सकते हैं कि कौन-सा खाना दांतों के लिए अच्छा रहेगा। डेन्टिस्ट आपको दांतों को स्वस्थ रखने का तरीक़ा बताएगा।
सारी जांच के बाद अगर आपके दांतों में कुछ समस्या हुई तो डेन्टिस्ट आपको बता देगा। साथ ही वो अगली मुलाकात की तारीख़ भी बता देगा।
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