हाल ही में हुए एक नवीनतम शोध में पाया गया कि जो हिप फ्रैक्चर का शिकार है उनमें से 97 प्रतिशत रोगियों में विटामिन डी की कमी पाई गई है। विटामिन डी हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद आवश्यक है।
धूप एक ऐसा टॉनिक है जिसके सेवन पर खर्च कुछ भी नहीं होता, परन्तु लाभ ढेर सारे होते हैं। सर्दियों में धूप सुहानी हो जाती है। यह विटामिन डी का सबसे बढिय़ा और नि:शुल्क स्रोत है अत: सर्दियों में धूप सेवन का लाभ अवश्य उठाना चाहिए। हमारी त्वचा में एर्गेस्टरॉल नामक एक पदार्थ होता है, जो सूर्य की पराबैंगनी किरणों के प्रभाव से विटामिन डी में बदल जाता है। विटामिन डी का सेवन मनुष्य को स्वस्थ, निरोगी तथा दीर्घायु बनाए रखता है। वैज्ञानिकों ने 67 हजार लोगों पर इसका अध्ययन किया और पाया कि जो लोग इसका सेवन करते थे, उनमें स्वास्थ्य समस्याएं बहुत कम पाई गई हैं। सभी जानते हैं कि कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए कितना जरूरी है। यदि आप पर्याप्त मात्रा में धूप का सेवन करते हैं तो हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचाव हो सकता है। वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि यह विटामिन न केवल मांसपेशियों को मजबूत बनाता है अपितु शरीर में ऑस्टियोकैल्किन नामक प्रोटीन के निर्माण में भी मददगार होता है जिससे फ्रैक्चर के खतरे भी कम हो जाते हैं। धूप शरीर के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि यह सीधे तौर पर हड्डियों के स्वास्थ्य से जुड़ी होती है। शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियों की सतह कमजोर हो जाती है, जो असहनीय दर्द का कारण बन जाता है। शरीर के भार का केंद्र कमर होती है, रीढ़ की हड्डी पूरी तरह कमर पर टिकी होती है। विटामिन डी की कमी से रीढ़ के लिए शरीर का भार ढो पाना बड़ी चुनौती बन जाती है। सूर्य की किरणें यानी धूप इस समस्या से निजात दिलाती है।
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