यदि आपको घुटनों, पिंडली और नितम्ब के जोड़ों की कठोरता को दूर करना है या शरीर के जोड़ों में दर्द रहता है तो गोरक्षासन आपके लिए सबसे उत्तम उपाय है। इस आसन से पैर व घुटनें मजबूत होते हैं और लचीलापन आता है। इससे जोड़ों, नाडिय़ों व धमनियों को ऊर्जा मिलती है। पेट में गैस की समस्या हो तो उसे खत्म करता है, गुर्दा रोग तथा मूत्र दोषों को दूर करता है। इस आसन को गोरक्षासन और भद्रासन कहते हैं। इस आसन में मूलाधार चक्र पर ध्यान पड़ता है जिससे कुंडलिनी चक्र को जाग्रत करने में मदद करता है।
Monday, 19 June 2017
गुर्दा और मूत्र रोग दूर करता है गोरक्षासन
यदि आपको घुटनों, पिंडली और नितम्ब के जोड़ों की कठोरता को दूर करना है या शरीर के जोड़ों में दर्द रहता है तो गोरक्षासन आपके लिए सबसे उत्तम उपाय है। इस आसन से पैर व घुटनें मजबूत होते हैं और लचीलापन आता है। इससे जोड़ों, नाडिय़ों व धमनियों को ऊर्जा मिलती है। पेट में गैस की समस्या हो तो उसे खत्म करता है, गुर्दा रोग तथा मूत्र दोषों को दूर करता है। इस आसन को गोरक्षासन और भद्रासन कहते हैं। इस आसन में मूलाधार चक्र पर ध्यान पड़ता है जिससे कुंडलिनी चक्र को जाग्रत करने में मदद करता है।
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