चेहरे पर एक छोटा सा दाना भी हमारी रातों की नींद हराम कर सकता है। इतना ही नहीं, अगर हमारे बाल भी झडऩे लगें तो हमें घबराहट होना शुरू हो जाती है। तब हम आसपास के त्वचा विशेषज्ञों की तलाश करते रहते हैं। लेकिन जब आप थकान, अपच या अचानक भूख न लगने का अनुभव करती हैं, तो आप क्या करती हैं? कुछ नहीं!!
आप सोच रही होंगी कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, हैं न? ऐसा इसलिए है क्योंकि जब हमारे लिवर स्वास्थ्य की बात आती है, तो हम में से ज्यादातर लोग आंखें मूंद लेते हैं। ऐसा इसलिए भी है योंकि हम इस बात से अनजान हैं कि यह अंग कितना महत्वपूर्ण है! लिवर आपके शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। इसे अपने शरीर के ईंधन की तरह मानें। आप खुद को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए जो कुछ भी खाते हैं, उसे ठीक से काम करने के लिए मेटाबोलाइज करना आपके लिवर की जिम्मेदारी है। अब सोचिये अगर आपके शरीर का ऐसा महत्वपूर्ण अंग खराब जाए तो क्या होगा? पूरी व्यवस्था चरमरा जाएगी। आपकी बिगड़ती लिवर हेल्थ का कारण आपकी जीवनशैली के विकल्प और खाने की आदतें हैं। यही आदतें इसमें सुधार भी कर सकती हैं। लेकिन आपको कैसे पता चलेगा कि आपकी लिवर हेल्थ ठीक नहीं है? खैर, इसके लिए आपको अपने शरीर की बात सुननी होगी।
जानिए क्या होता है जब आपका लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है यदि किसी व्यक्ति का लिवर ठीक तरह से काम नहीं कर पाता है, तो लिवर पर निशान पड़ सकते हैं, संक्रमण हो सकता है और लिवर का कैंसर भी हो सकता है। इसके अलावा, ये समस्याएं लोगों में मृत्यु दर और रुग्णता दर को बढ़ा सकती हैं। इसलिए अपनी लिवर की समस्याओं को बिल्कुल भी नजऱअंदाज़ न करें।
लिवर आपके रक्त में अमीनो एसिड को नियंत्रित करता है, ग्लूकोज के स्तर को संतुलित करता है, भोजन के पाचन की अनुमति देता है, रक्त के थक्के का प्रबंधन करता है, लाल रक्त कोशिकाओं के कारण दिखाई देने वाले अतिरिक्त बिलीरुबिन से छुटकारा पाने में आपकी मदद करता है, और संक्रमण को दूर रखने के लिए प्रतिरक्षा कारक उत्पन्न करता है। साथ ही,
रक्तप्रवाह से बैक्टीरिया और अन्य विषाक्त पदार्थों को साफ करता है। कई बार जेनेटिक्स और कई तरह की समस्याओं जैसे वायरस, शराब और मोटापे के कारण लिवर पूरी तरह से काम नहीं कर पाता है। जब यह अंग सबसे अच्छे से काम नहीं करता है, तो यह आपके पूरे शरीर पर भारी पड़ सकता है। जब लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है तो क्या होता है-
लिवर रेल्युर
यह तब देखा जाता है जब यकृत पित्त के निर्माण के लिए पर्याप्त रूप से कार्य नहीं करता है, और शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में असमर्थ होता है। घबराहट, भूख न लगना और मल में खून आना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।लिवर खराब होने पर लिवर ट्रांसप्लांट की भी जरूरत पड़ सकती है।
संक्रमण
लिवर की सूजन का अर्थ है हेपेटाइटिस। यह आमतौर पर तब देखा जाता है जब लिवर ठीक से काम नहीं करता है और खराब हो जाता है। हेपेटाइटिस ए और ई कुछ खाने या पीने से होता है जो मल से दूषित होता है। असुरक्षित यौन संबंध
या सुई साझा करने से हेपेटाइटिस बी हो सकता है। हेपेटाइटिस सी तब हमला कर सकता है, जब संक्रमित रक्त आपके रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है। हेपेटाइटिस डी तब फैलता है जब वायरस से संक्रमित व्यक्ति का रक्त या शरीर के अन्य तरल
पदार्थ किसी ऐसे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करते हैं जो संक्रमित नहीं है।
लिवर में निशान पडऩा
इसे सिरोसिस भी कहा जाता है, यह जिगर की बीमारियों और हेपेटाइटिस और लंबे समय तक शराब पीने के कारण लिवर फाइब्रोसिस का बाद का चरण है। यह आमतौर पर तब देखा जाता है जब लिवर की बीमारी, मोटापा, मधुमेह, वायरल हेपेटाइटिस और शराब जैसे विभिन्न कारकों के कारण लिवर ठीक से काम नहीं करता है।
लिवर कैंसर
लिवर कैंसर वह कैंसर है जो लीवर में कहीं भी पाया जाता है। हेपेटाइटिस बी वायरस या हेपेटाइटिस सी वायरस, या संक्रमण, की वजह से लिवर में फैट जमा होने लगता है। अत्यधिक शराब का सेवन भी लिवर के कामकाज को बाधित कर सकता है, जिससे कैंसर हो सकता है। यदि आप शराब नहीं पीते हैं और आपको लगता है कि आपको लिवर की कोई बीमारी नहीं हो सकती है, तो आप गलत हैं। यह लिवर पर किसी तरह का फैट जमने से भी हो सकता है। इसलिए, अपने लिवर का खास ख्याल रखें।
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