Saturday, 23 April 2022

होम्योपैथी से इस तरह दूर करें मोटापा

होम्योपैथिक चिकित्सा मोटापा एवं उसके विभिन्न पहलुओं का उपचार करता है। होम्योपैथी में भी वजन कम करने के लिए दवाओं के अलावा डाइट कंट्रोल और एक्सरसाइज पर पूरा जोर दिया जाता है। इन दवाओं से पाचन क्रिया सुदृढ़ होती है, चयापचय की क्रिया अच्छी होती है जिसकी वजह से मोटापा कम होता है। यह सभी उम्र के लोगों के लिए कारगर एवं उपयुक्त होता है क्योंकि ये बहुत ही कोमल और पतले होते हैं और आमतौर पर इनका शरीर पर कुप्रभाव नहीं होता। वजन घटाने से पूर्व एक महत्वपूर्ण बात पर विचार अवश्य कर लेना चाहिए कि आप कितने मोटे हैं तथा आपको कितना वजन घटाने की जरूरत है।

होम्योपैथी में वैसे तो मोटापे के लिए हैं 189 दवाएं

होम्योपैथी में वैसे तो मोटापे के लिये 189 दवाएँ हैं। दवाओं का चुनाव रोग के अनुसार रोग के इतिहास के अनुसार मरीज को देखकर किया जाता है एंटीमोनिअम क्रूडम, अर्जेन्टम नाट्रीकम, केलकेरिया कार्बोनिका, कोफिया क्रूडा, केपसिकम आदि वजन घटाने के लिए कुछ सबसे आम और प्रभावी उपचार होते हैं। खाना खाने के बाद दिन में तीन बार 10-15 बूंदें फायटोलका क्यू या फ्यूकस वेस क्यू चौथाई कप पानी में लें। कैल्केरिया कार्ब की 4-5 गोलियां भी दिन में तीन बार ले सकते हैं। ये दवाएं फैट कम करती हैं और नियमित लेने पर दो-तीन महीने में असर दिखने लगता है।

उपचार शुरू करने से पहले जान लें कि अपनी जीवन शैली में क्या क्या बदलाव लाना है

दिनभर खाने के बाद भी पेट न भरना, खाने से संतुष्टि ना होना और ज्यादा भूख की शिकायत वालों को आयोडम (30 पोटेंसी) देते हैं। मोटापे के साथ, अनियमित माहवारी व कब्ज की शिकायत हो तो ऐसी महिलाओं को ग्रेफाइटिस (30 पोटेंसी) दवा दी जाती है।  इसके लिए आपको होम्योपैथिक चिकित्सक से मिलकर वजन कम करने के सबसे अच्छे विकल्प का परामर्श लेना चाहिए साथ हीं उपचार शुरू करने से पूर्व आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आपको अपनी जीवन शैली में क्या क्या बदलाव लाना है। आप वजन घटाने के लिए यदि कोई अन्य प्राकृतिक पूरक या उपचार ले रहे हैं। तो भी आप होम्योपैथिक दवाइयां ले सकते हैं क्योंकि यह दूसरे उपचार में न तो अवरोध पैदा करता है न हीं बुरा प्रभाव डालता है।

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