केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य व वरिष्ठ होम्योपैथिक डॉ. एके द्विवेदी ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अंतिम दिन की मुलाकात
इंदौर। इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अंतिम दिन मंगलवार को माननीय राष्ट्रपति श्रीमती
दोप्रदी मुर्मू शामिल हुईं। इस दौरान इंदौर के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक और केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. एके द्विवेदी ने मानीनय राष्ट्रपति से मुलाकात की। इस दौरान डॉ. द्विवेदी ने माननीय राष्ट्रपति को बताया कि वे होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धित से सिकल सेल एनीमिया, अप्लास्टिक एनीमिया व अन्य रक्त जनित गंभीर बीमारियों का उपचार काफी लंबे समय से करते आ रहे हैं। इन गंभीर बीमारियों के मरीजों को होम्योपैथिक चिकित्सा से काफी हद तक राहत भी मिल रही है। चर्चा के दौरान माननीय राष्ट्रपति ने डॉ. द्विवेदी द्वारा विस्तार से बताई गई होम्योपैथिक चिकित्सा और उससे किए जाए उपचार की बातों को बड़े ही धैर्यपूर्वक सुना।
मुलाकात
के दौरान डॉ. द्विवेदी ने माननीय राष्ट्रपति से निवेदन
किया कि हमारे देश में एक ऐसा होनेस्टिक हेल्थ सेंटर
स्थापित किया जाना चाहिए जहां ऐसी बीमारियां जिनका इलाज एक चिकित्सा पद्धति से ना
हो सकती है उनके लिए क्यों ना सभी चिकित्सा पद्धति का
एक केंद्र होनेस्टिक हेल्थ केंद्र देश में स्थापित किया जाए और हो सके तो यह
केंद्र इंदौर में स्थापित किया जाना चाहिए। इस पर
माननीय राष्ट्रपति ने डॉ. द्विवेदी से कहा कि वे उनके द्वारा बताए गए सुझाव और
पत्र को हेल्थ डिपार्टमेंट को भेंजेंगी।
मुलाकात
के दौरान डॉ. द्विवेदी ने स्वयं की लिखी पुस्तक मानव शरीर रचना विज्ञान (ह्यूमन एंनोटॉमी) के
बारे में भी जानकारी दी। इस पर माननीय राष्ट्रपति ने डॉ. द्विवेदी के इस प्रयास की
प्रशंसा की। माननीय राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान इंदौर के सांसद श्री शंकर
लालवानी सहित अन्य वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।
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