Tuesday, 28 February 2023

लोगों को गुड़-चना बांटा और रक्त की कमी को नजरअंदाज न करने की दी सलाह

      एडवांस होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के तत्वावधान में किया जा रहा है आठ दिवसीय आयोजन

-     तीसरे दिन राजमोहल्ला क्षेत्र में किया भ्रमण, डॉ. एके द्विवेदी के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम भी साथ रही


इंदौर। एडवांस होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के तत्वावधान में आज केन्द्रीय होम्योपैथिक अनुसन्धान परिषद्, आयुष मंत्रालय भारत सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी द्वारा एनीमिया जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत प्रतिदिन शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में एनीमिया जागरूकता रथ भ्रमण करता है। इस दौरान डॉ. द्विवेदी के साथ उनके डॉक्टर्स की टीम रहती है जो लोगों को रक्त की कमी से होने वाली बीमारियों के बारे में बताती है और रक्त की कमी को नजरअंदाज न करने की सलाह देती है।


एनीमिया जागरूकता सप्ताह के तहत मंगलवार को एनीमिया जागरूक रथ राजमोहल्ला क्षेत्र में पहुंचा। यहां अतिथि भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूसिंह रघुवंशी,  भाजपा महिला मोर्चा इंदौर की अध्यक्ष शैलजा मिश्रा व भाजपा महिला मोर्चा इंदौर की महामंत्री व पार्षद कंचन गिदवानी थे। प्रारंभ में डॉ. द्विवेदी ने कहा कि खानपान के महत्व को नहीं समझने और फास्ट फूड के अधिक सेवन से व्यक्ति  को जरूरी पौष्टिक आहार नहीं मिल पाते हैं। जिससे रक्त की कमी (एनीमिया) के  चलते मरीजों को

सिकल सेल, थैलेसेमिया, अप्लास्टिक एनीमिया सहित तरह-तरह की गंभीर बीमारियों के साथ ब्लीडिंग डिस्सोर्डर्स आदि अनेक प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसीलिए लोगों में खानपान के महत्व को समझाने के उद्देश्य से एनीमिया जागरूक रथ चलाया जा रहा है। अतिथियों ने भी अपने उद्बोधन में रक्त की कमी और एनीमिया के प्रति लोगों को जागरूक होने की बात कही। साथ ही डॉ. द्विवेदी द्वारा शहर में चलाए जा रहे एनीमिया जागरूक रथ की प्रशंसा की। रथ के भ्रमण के दौरान डॉ. द्विवेदी यहां मार्निंग वॉक कर रहे बुजुर्गों से मिले और उन्हें अच्छे और पौष्टिक आहार लेने के बारे में 
जानकारी दी। साथ ही उम्र के इस दौर में खून की कमी ना हो इसके लिए जरूरी आहार रोजना के खानपान में शामिल करने की सलाह दी। इसके बाद एनीमिया जागरूकता रथ बड़ा गणपति, पिलियाखाल, रामचंद्रनगर, कालानीनगर, एयरपोर्ट रोड, अंजनीनगर, 60 फीट रोड, वैंकटेशनगर सहित आसपास बस्तियों व क्षेत्रों में पहुंचा। जहां लोगों को रक्त की कमी (एनीमिया), सिकल सेल, अप्लास्टिक एनीमिया आदि से बचाव के बारे में बताते हुए खून की कमी को दूर करने के लिए गुड़-चना,  गरम दूध (हल्दी के साथ), गाजर, चुकुंदर इत्यादि का सेवन करने की सलाह दी और जरूरी खाद्य पदार्थों की सूची का पैम्पलेट भी लोगों में वितरित किया गया। लोगों को गुड़-चुना भी बांटा गया। रथ के साथ डॉ. एके द्विवेदी के नेतृत्व में डॉ. विवेक शर्मा व मेडिकल स्टूडेंट्स आदि भी भ्रमण कर रहे हैं। एनीमिया जागरूकता रथ 5 मार्च तक शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचेगा।

Monday, 27 February 2023

जन सहयोग एवं जन जागरूकता से जीत हासिल होगी एनीमिया परः शंकर लालवानी

 


- एनीमिया रथ का इन्दौर नगर में आठ दिवसीय भ्रमण की शुरुआत

- गुड़, चना, मूँगफली, किशमिश का निःशुल्क  वितरण,  रथ में रक्त के निःशुल्क जांच की व्यवस्था

इन्दौर।  देश में घातक रोग एनीमिया के प्रति जन जागरूकता और रोग की रोकथाम के लिए एडवांस होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के तत्वावधान में आज केन्द्रीय होम्योपैथिक अनुसन्धान परिषद्, आयुष मंत्रालय भारत सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी द्वारा इन्दौर नगर में जन जागरूकता रथ निकाला गया। रथ को सांसद शंकर लालवानी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। विधायक महेंद्र हार्डिया, नगर निगम इन्दौर के पार्षद एवं महापौर परिषद् के सदस्य तथा क्षेत्रीय पार्षद विजयलक्ष्मी गोहर अतिथि के रूप में कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद थीं। यह रथ नगर के विभिन्न क्षेत्रों के 25 हजार घरों तक पहुँचकर एनीमिया बीमारी में होम्योपैथी की उपयोगिता तथा घरों में उपलब्ध सामग्री से एनीमिया दूर करने के तरीके बताएगा।


कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी देते हुए वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी ने बताया कि एनीमिया जैसे घातक रोग को दूर करने के लिए विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों द्वारा संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है। एनीमिया का होम्योपैथी में बेहतर इलाज है, पर जरूरत इस बात की है कि, रोग के बारे में आम जनजीवन में जानकारी हो। उन्होंने बताया कि, हमारा उद्देश्य लोगों को समझाइश देना, सर्वे करना और समाधान देना है। इसके लिए जन सहयोग और जन जागरूकता आवश्यक है। घर में उपलब्ध गुड़-चना जैसी सामग्री भी एनीमिया की बीमारी कम करने में लाभप्रद होती है। आज से इन्दौर नगर में भेजे जा रहे इस रथ का उद्देश्य एनीमिया के इलाज और उसकी रोकथाम के बारे में जानकारी देने के साथ जनजागरुकता फैलाना भी है।

सांसद लालवानी ने डॉ. द्विवेदी द्वारा एनीमिया के बारे में वर्षों से किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि, इस वर्ष भारत सरकार ने एनीमिया इलाज के लिए बजट में भी प्रावधान किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि, देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के इन्दौर प्रवास के दौरान डॉ. द्विवेदी ने मेरे साथ भेंट कर एनीमिया के बारे में चर्चा की थी। राष्ट्रपतिजी ने डॉ. द्विवेदी द्वारा दिए गए प्रतिवेदन को केन्द्र सरकार को प्रेषित किया था। बजट में इस प्रतिवेदन का प्रभाव परिलक्षित है। विधायक हार्डिया ने कहा कि, बीमारी के इलाज के लिए जागरूकता आवश्यक है। महापौर परिषद् के सदस्य राजेश उदावत तथा पार्षद विजयलक्ष्मी गोहर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया तथा डॉ. द्विवेदी द्वारा किए जा रहे इस जन जागरूकता अभियान के  प्रयासों की सराहना की।


5 मार्च तक प्रतिदिन नगर के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करेगा रथ



जन जागरूकता रथ 5 मार्च तक प्रतिदिन नगर के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करेगा। रक्त की कमी या एनीमिया के लक्षण वाले चिन्हित व्यक्तियों के रक्त का सेम्पल लेने की  निःशुल्क  व्यवस्था एनीमिया रथ द्वारा की जाएगी। लक्षण वाले लोगों को गुड़-चना, मूँगफली दाना तथा किशमिश  का  निःशुल्क  वितरण किया जाएगा। आवश्यकतानुसार होम्योपैथी औषधियां भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। 

डॉ. द्विवेदी तथा उनकी टीम के सदस्यों ने खुद भी रथ के साथ नगर का भ्रमण किया। कार्यक्रम में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, इन्दौर के मनोचिकित्सक डॉ. वैभव चतुर्वेदी, भोपाल शिवांगी होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डी.एन. मिश्रा, जबलपुर के चिकित्सक डॉ. राजकुमार कुशवाहा, जनसम्पर्क विभाग के पूर्व अपर सचिव डॉ. भूपेन्द्र गौतम तथा आयुष चिकित्सक एवं विद्यार्थी तथा नगर के गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राकेश यादव ने किया, आभार दीपक उपाध्याय ने व्यक्त किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेन्द्र पुरी तथा विनय पाण्डेय द्वारा किया गया। इस आठ दिवसीय रथ का संचालन डॉ. विवेक शर्मा एवं डॉ. जितेन्द्र पुरी व उनके सहयोगियों द्वारा किया जाएगा। एनीमिया सम्बन्धित रक्त जाँच डॉ. द्विवेदी के आग्रह पर एप्पल पैथोलॉजी द्वारा निःशुल्क की जा रही है।




Wednesday, 22 February 2023

26 फरवरी से 4 मार्च तक शहर में चलेगा एनीमिया जागरूकता रथ

-  4 मार्च को समापन आयोजित किया जाएगा अप्लास्टिक एनीमिया जागरूकता पर नेशनल सेमिनार

इंदौर। एनीमया जागरूकता के लिए हर वर्ष एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि. और आयुष मेडिकल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा शहर में एनीमिया जागरूकता रथ निकाला जाता है। इस वर्ष पर शहर में एनीमिया जागरूकता के लिए एनिमिया जागरूकता रथ चलाया जाएगा। इस रथ में होम्योपैथी चिकित्सक मौजूद होंगे, जो लोगों को एनीमिया के लक्षण बताकर सीबीसी जांच भी करेंगे। इस रथ से लोगों को घर में मौजूद और आसानी से उपलब्ध होने वाली चीजों से शरीर में खून की कमी को पूरा करने वाली चीजों की जानकारी दी जाएगी।

शहर के वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक और केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि ये एनीमिया जागरूकता रथ शहर में 26 फरवरी से 4 मार्च तक चलाया जाएगा। इसी रथ से लोगों को गुड़-चना बांटा जाएगा, जो शरीर में खून में कमी को पूरा करने में तेजी से सहायक होता है और स्वास्थ्य के लिए अच्छा भी होता है। एनीमिया के लक्षण नजर आने पर इसी रथ से सीबीसी जांच भी मुफ्त की जाएगी। साथ ही इसे दूर करने के लिए गुड़-चना के साथ सत्तू, दलिया-गुड़ खाने की सलाह भी दी जाएगी और होम्योपैथी इलाज भी दिया जाएगा। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि कल इस जागरूकता रथ को लेकर चर्चा की गई। कोशिश की जाएगी कि मंहगे इला की बजाय लोग घरों में मौजूद खाद्य सामग्री से ही शरीर में इसकी कमी को दूर कर सकने वाले इलाज बताए जाए। रथ में चिकित्सक मौजूद रहेंगे, जो कि शहरवासियों को जागरूक करेंगे। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि एनीमिया जागरूकता रथ के समापन पर 4 मार्च को अप्लास्टिक एनीमिया जागरूकता पर नेशनल सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा।

2047 तक एनीमिया मुक्त भारत करने की बात

पिछले दिनों डॉ. द्विवेदी ने राष्ट्रपति और वित्त मंत्री से मुलाकात कर निवेदन किया था कि देश में एनीमिया और सिकलसेल जैसी बीमारियों के इलाज के लिए विशेष प्रयास कर व्यवस्था की जाए, क्योंकि ये ऐसी बीमारी है, जो एक चिकित्सा पद्धति से ठीक नहीं हो सकती है। इस साल के बजट में एनीमिया और सिकलसेल के लिए बजट प्रावधान किया गया है और 2047 तक भारत को एनीमिया मुक्त करने की बात भी कही गई है, जिसके लिए प्रयास तेज किए जाएंगे।

कैंसर के अन्तिम स्टेज पर होम्योपैथी कारगर

इंदौर । विश्व कैंसर दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में कैंसर की बीमारी के बचाव पर


एक्सपर्ट ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. ए.के. द्विवेदी ने बताया कि कैंसर के इलाज के लिए होम्योपैथी काफी कारगर साबित हो सकती है। कैंसर के आखिरी स्टेज पर भी यह दवाएं असर करती हैं।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध होम्योपैथी चिकित्सक और केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने युवाओं से कहा कि अपनी जवानी ड्रग्स, तम्बाकू, सिगरेट एवं शराब के सेवन से बर्बाद न करें इसको सकारात्मक कार्यों में लगाएं। दूसरे लोगों की देखा-देखी में आप बुरी आदतों को ना पालें। अक्सर लोग कैंसर के नाम से डर जाते हैं, डॉक्टर द्वारा बताई गई जांचें समय पर नहीं करवाते हैं, जिससे शरीर में कैंसर और फैल जाता है। यदि आपको एक बार कैंसर हो चुका है, उसका ऑपरेशन, कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी डॉक्टर के अनुसार करवा लिया है तो आप निश्चिंत रह सकते हैं किन्तु नियमित अन्तराल पर चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।

विभिन्न प्रकार के कैंसर बीमारी की जानकारी दी

डॉ. द्विवेदी ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुए बताया कि आजकल कैंसर से भी भयानक बीमारी अप्लास्टिक एनीमिया हो रही है, इस बीमारी में तकलीफ यदि बढ़ी हुई है तो ब्लड व प्लेटलेट्स बार-बार चढ़वाना पड़ता है। इस तकलीफ को होम्योपैथिक इलाज से रोका जा सकता है। अपने सम्बोधन में डॉ. द्विवेदी ने विभिन्न प्रकार के होने वाले कैंसरों के बारे में जानकारी दी तथा इनसे बचाव उपाय बताए। डॉ. द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन, कीमोथेरेपी तथा रेडियोथेरेपी के साथ भी होम्योपैथिक दवाइयां प्रयोग की जा सकती हैं। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि, कैंसर के अन्तिम स्टेज में भी होम्योपैथिक दवाइयां कारगर साबित हो रही हैं। डॉ. द्विवेदी ने कैंसर के प्रकार के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला आम कैंसर है। इसी ग्रन्थि में शुक्राणु होते हैं, इस कैंसर के प्रारम्भिक दौर में कोई लक्षण नहीं होता है, इसलिए जब तक इसके बारे में पता चलता है, तब तक इसका इलाज काफी मुश्किल हो जाता है।

फेफड़ों का कैंसर धूम्रपान कारण

फेफड़ों का कैंसर प्रायः धूम्रपान के कारण होता है। ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे आम कैंसर है। हार्मोनल असन्तुलन, गर्भ निरोधक दवाइयों का लम्बे समय तक उपयोग, मोबाइल का उपयोग तथा असन्तुलित आहार से महिलाओं में अधिकतर स्तन कैंसर होता है। इसी प्रकार ब्रेन कैंसर आमतौर पर सिगरेट या शराब के अधिक सेवन से होता है। लिवर (यकृत) कैंसर की सबसे बड़ी वजह अधिक शराब का सेवन है। यह सबसे आम किस्म का कैंसर है। ब्लड कैंसर इसमें ब्लड सेल्स असामान्य तौर पर विकसित होते हैं जो किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति को हो सकता है।

Friday, 17 February 2023

ग्रामीण स्वस्थ होंगे तभी देश तरक्की करेगा : डॉ. एके द्विवेदी

कम्युनिटी हेल्थ एंड वेलफेयर के अंतर्गत ग्राम बड़ौदा दौलत में आयोजित किया गया निःशुल्क रक्तदान शिविर

इंदौर। हमारे देश की लगभग 65% आबादी अब भी गांवों में रहती है। ऐसे में यदि ग्रामीण स्वस्थ रहेंगे तो ही देश


प्रगति के पथ पर उत्तरोत्तर अग्रसर हो सकेगा। इसीलिए हमने बड़ौदा दौलत में निःशुल्क रक्त जांच शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और खासतौर पर रक्त संबंधी जाँचें नियमित अंतराल पर कराने के लिए जन जागरण हेतु यह निःशुल्क रक्तजाँच शिविर आयोजित किया है। 

यह बात आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ एके द्विवेदी एक दिनी ही रक्त जांच शिविर के उद्घाटन के दौरान कही। एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसायटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर को लेकर ग्रामवासियों में भी खासा उत्साह नजर आया और वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग व सचेत भी दिखे। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने शिविर में पहुंचकर स्वास्थ्य जांच कराने के साथ ही स्वयं की परेशानी चिकित्सकों के साथ साझा की और उस समस्या का निकारण पाया। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।

नजरअंदाज न करें एनीमिया को

डॉ. द्विवेदी ने कहा कि अगर आपको काम करने के दौरान जल्दी-जल्दी थकान होती है, बार-बार कोई बीमारी हो जाती है, शरीर-जोड़ों में दर्द होने लगता है और ये सब अचानक होने लगता है तो यह एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय से ब्लीलिंड पाइल्स (मल के साथ खून जाना) की शिकायत है तो सीबीसी जांच करायें। वहीं छोटे बच्चों को लगातार नकसीर की समस्या रहती है तो इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि लगातार नकसीर होने से खून की कमी हो सकती है एनीमिया हो सकता है।

रोजाना ब्रश करने के दौरान खून आना भी एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं। वहीं ऐसी महिलाएं जिन्हें मिहवारी के दौरान लंबे समय तक ब्लीडिंग होती है वे भी एनीमिया की शिकार हो जाती हैं। ऐसे मे ऐसी महिलाओं को इसे छुपाना नहीं चाहिए और सीबीसी जांच करना चाहिए। डॉ. द्विवेदी ने ग्रामीणों से कहा कि जिस तरह आप खेती-किसानी, नौकरी और अन्य दैनिक कार्यों को प्राथमिकता देते हैं ठीक उसी तरह अपने शरीर को भी उतनी प्राथमिकता देना जरूरी है।

डॉ वैभव और डॉ. कनक चतुर्वेदी ने की काउंसलिंग


शिविर में कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी हॉस्पिटल के डॉ. वैभव चतुर्वेदी ने भी मरीजों की काउंसलिंग शिविर में पहुंची महिलाओं की जांच के दौरान माहवारी के समय होने वाली समस्या और उससे संबंधित समाधान डॉ. कनक चतुर्वेदी ने किया।उन्होंने महिलाओं से परिवार की सेहत, स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ ही अपने शरीर का भी ख्याल रखने को कहा। शिविर में राकेश यादव, दीपक उपाध्याय, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेंद्र पूरी, विनय पाण्डेय, आंगनवाड़ी सचिव रानी रावत और आशा कार्यकर्ता सविता रावत ने भी अपनी सेवाएं दीं। 

Thursday, 9 February 2023

नि:शुल्क रक्त जांच शिविर एवं होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर 12 फरवरी को ग्राम बड़ोदा दौलत में लगेगा

- कम्युनिटी हेल्थ एंड वेलफेयर के अंतर्गत एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसाइटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के संयुक्त तत्वावधान में होगा आयोजन 

इंदौर। कम्युनिटी हेल्थ एंड वेलफेयर के अंतर्गत एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसाइटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के संयुक्त तत्वावधान में नि:शुल्क खून (रक्त) जांच शिविर एव होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर आयोजित किया जा रहा है। उक्त शिविर 12 फरवरी 2023 रविवार को ग्राम बड़ौदा दौलत में होगा। 
केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसाइटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर के संचालक   तथा इंदौर के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि इस नि:शुल्क खून (रक्त) जांच शिविर लगाने का उद्देश्य लोगों में खून (रक्त) की कमी व एनीमिया के प्रति उनमें जागरूकता लाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। शिविर सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक आयोजित किया जाएगा। शिविर में होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. द्विवेदी, मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. वैभव चतुर्वेदी (कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी हॉस्पिटल, इंदौर) और शासकीय चिकित्सा अधिकारी संजीवनी क्लिनिक ग्राम कुम्हेड़ी इंदौर डॉ. कनक चतुर्वेदी सेवाएं देते हुए शिविर में पहुंचने वाले लोगों की जांच करेंगे। साथ ही चिकित्सकों द्वारा लोगों को बेहतर खानपान की जानकारी भी दी जाएगी। जिसे वे एनीमिया से सुरक्षित रह सकें। इस एक दिवसीय शिविर में एप्पल पैथोलॉजी इंदौर के सौजन्य से नि:शुल्क रक्त जांच की जाएगी। शिविर में राकेश यादव, दीपक उपाध्याय, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेंद्र पूरी, विनय पाण्डेय, आंगनवाड़ी सचिव रानी रावत और आशा कार्यकर्ता सविता रावत भी अपनी सेवाएं देंगी। 
        गौरतलब है कि कम्युनिटी हेल्थ एंड वेलफेयर के अंतर्गत एडवांस्ड होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च एवं वेलफेयर सोसाइटी तथा आयुष मेडिकल वेलफेयर द्वारा लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ ही समय-समय पर शिविर आयोजित किए जाते हैं। इसमें हाल ही में मूसाखेड़ी स्थित सीएम राइज स्कूल में भी शिविर आयोजित कर बच्चों की जांच की गई थी और उन्हें अच्छे स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार लेने की जानकारी दी गई थी। वहीं हमारे द्वारा प्रत्येक माह के तीसरे शनिवार को इंदौर की केंद्रीय जेल में नि:शुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर काफी लंबे समय से आयोजित किया जा रहा है जिसमें जेल के कैदियों की जांच कर उनका इलाज किया जाता है।


Thursday, 2 February 2023

डॉ. एके द्विवेदी का प्रयास हुआ सफल, सरकार ने 2047 तक देश को एनीमिया मुक्त करने का रखा लक्ष्य

- केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 2023 के बजट में सिकल सेल एनीमिया मुक्त देश के लिए मिशन स्थापित करने की घोषणा की

इंदौर। किसी भी देश के विकास में वहां की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था एक महत्वपूर्ण योगदान देती है। ऐसे में

इंदौर प्रवास पर आई केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला
 सीतारमण को पत्र सौंपते वरिष्ठ
होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी। 

जब कोई ऐसी बीमारी जो देश की आने वाली पीढ़ी को प्रभावित करती है तो उसके बारे में गहन चिंतन जरूरी है। उन्हीं में से एक बीमारी है सिकल सेल एनीमिया। इसके लिए केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और इंदौर के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी 20 सालों से अधिक समय से इस बीमारी का होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज का बीड़ा उठाए हुए हैं। जनवरी में इंदौर में हुए तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल हुईं माननीय राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से डॉ. एके द्विवेदी ने मुलाकात कर उन्हें सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम और इसके इलाज के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए निवेदन किया था। इसी कड़ी में बुधवार को संसद में जारी हुए 2023 के बजट में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 2047 तक सिकल सेल एनीमिया मुक्त देश का लक्ष्य रखते हुए इसके लिए मिशन स्थापित करने की घोषणा की है। साथ ही कहा कि अब सरकार इस बीमारी (एनीमिया) को खत्म करने को लेकर काफी अलर्ट मोड में हैं।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति एवं वित्तमंत्री से मुलाकात के दौरान डॉ. द्विवेदी ने उन्हें बताया था कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से वो सिकल सेल एनीमिया, अप्लास्टिक एनीमिया, थैलेसीमिया एवं अन्य गंभीर बीमारियों का उपचार काफी लंबे समय से करते आ रहे हैं। इन मरीजों को होम्योपैथिक चिकित्सा से काफी हद तक राहत भी मिल रही है। इस दौरान डॉ. द्विवेदी ने एक पत्र भी माननीय राष्ट्रपति को सौंपा था। चर्चा के दौरान माननीय राष्ट्रपति ने डॉ. द्विवेदी द्वारा विस्तार से बताई गई होम्योपैथिक चिकित्सा और उसके माध्यम से सिकल सेल एनीमिया, अप्लास्टिक एनीमिया आदि के किए जा रहे उपचार की बातों को बड़े ही धैर्यपूर्वक सुना था। डॉ. द्विवेदी ने माननीय राष्ट्रपति से निवेदन भी किया था कि हमारे देश में एक ऐसा होलिस्टिक हेल्थ सेंटर स्थापित किया जाना चाहिए जहां ऐसी बीमारियां जिनका इलाज एक चिकित्सा पद्धति से ना हो सकता है उनके लिए क्यों ना सभी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सक उस केंद्र पर मिल कर कार्य करें। इस पर माननीय राष्ट्रपति ने डॉ. द्विवेदी द्वारा बताए सुझाव और दिए गए पत्र को हेल्थ डिपार्टमेंट को भेजने की बात कही थी।

40 वर्ष तक के 7 करोड़ लोगों की होगी स्क्रीनिंग

2023 के बजट में सिकल सेल
को लेकर की गई घोषणा। 


 डॉ. एके द्विवेदी ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को भी सिकल   सेल एनीमिया रोग की गंभीरता के बारे में अवगत कराते हुए एक पत्र   सौंपा था। साथ ही सिकल सेल एनीमिया को लेकर 2023 के बजट में   कुछ प्रावधान करने का निवेदन किया था। केंद्रीय वित्तमंत्री ने सिकल   सेल एनीमिया की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इसकी रोकथाम और   इलाज के क्षेत्र में कार्य करने का आश्वासन दिया था। अत्यंत हर्ष का   विषय है कि केंद्रीय वित्तमंत्री ने उस आश्वासन को पूरा करते हुए  बुधवार को संसद में जारी किए 2023 के बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। जिसके तहत 2047 तक भारत देश को सिकल सेल एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रख मिशन स्थापित करने की घोषणा की गई है। साथ ही वित्तमंत्री ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिए इससे प्रभावित आदिवासी क्षेत्रों में 40 वर्ष तक के 7 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी और अब सरकार इस बीमारी (एनीमिया) को खत्म करने को लेकर काफी अलर्ट मोड में हैं।


मील का पत्थर साबित होगा यह कदम

केंद्रीय वित्तमंत्री द्वारा बजट में सिकल सेल एनीमिया मुक्त देश का लक्ष्य रखने पर डॉ. एके द्विवेदी ने केंद्रीय वित्तमंत्री और केंद्र सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि बजट में सिकल सेल एनीमिया को लेकर की गई घोषणा स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी और आने वाली पीढ़ी सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रह सकेगी। गौरतलब है कि सिकल सेल एनीमिया रोग को लेकर केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और इंदौर के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी पिछले 20 सालों से अधिक समय से होम्योपैथिक चिकित्सा के माध्यम से सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। जिससे मरीजों को काफी हद तक राहत भी मिल रही है। डॉ. एके द्विवेदी सिकल सेल एनीमिया को लेकर जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं। इसमें समय-समय पर सिकल सेल एनीमिया विषय को केंद्र में रखते हुए व्याख्यान आयोजित करना, इंदौर शहर में प्रत्येक वर्ष एक रथ यात्रा का संचालन कर लोगों के बीच पहुंचकर उन्हें सिकल सेल एनीमिया के बारे में बताते हुए इसकी रोकथाम के लिए बताना। निःशुल्क शिविर आयोजित कर एनीमिया की जांच करना सहित अनेक कार्यक्रम डॉ. एके द्विवेदी द्वारा आयोजित किए जाते हैं। इतना ही नहीं सिकल सेल एनीमिया को लेकर डॉ. एके द्विवेदी द्वारा लिखे गए अनेक रिसर्च पेपर देश-विदेश में प्रकाशित हुए हैं। वहीं डॉ. एके द्विवेदी सिकल सेल एनीमिया विषय पर देश ही नहीं विदेशों में भी व्याख्यान दे चुके हैं।