गर्मी के दिनों में अपने सेहत का ध्यान रखना काफी जरूरी है। बदलते मौसम में फिट बने रहना सभी के लिए आवश्यक है, और इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी जीवन शैली बदलें जिससे गर्मी के दिनो मे हम पूरी तरह स्वस्थ रह सके। गर्मी के दिनो मे खान-पान की गड़बड़ी, पानी की खराबी आदि कारणों से बीमारियां भी हो सकती है, अगर आपने थोड़ी सी लापरवाही कर दी तो लू, हीट स्ट्रोक, पेट की समस्या, अतिसार, आदि कई बीमारियों की चपेट में आसानी आ सकते हैं। इसलिये इस मौसम में आवश्यक है कि हम अपने खान-पान से लेकर पहनावे तक में परिवर्तन लाये, और उसे मौसम के अनुसार बनाये। गर्मी से बचाव की प्लानिंग गर्मी शुरू होते ही कर लेनी चाहिये। जिससे हम मौसम के प्रतिकूल असर से अपने आपको आसानी से बचा सके।
पानी पियें
गर्मी में लू लगना, हीट स्ट्रोक की समस्या, पेट की समस्या से बचने के लिए जरूरी है खूब पानी पियें। अन्य मौसम की तुलना में इस मौसम में शरीर को ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है। यदि उचित मात्रा में पानी न पिया जाए, तो कोशिकाओं में पानी की कमी हो जाती है जिससे इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगड़ जाता है और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
घर में ही रहें
गर्मी में बीमारियें से बचने के लिए घर में रहना ज्यादा बेहतर है। अगर बहुत जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न निकलें। अगर बाहर जाना हो तो ऐसी जगह जायें जो ठंडी हो। यानी अगर आपको शॉपिंग करनी है तो सामान्य शॉप की बजाय मॉल्स में जाकर शॉपिंग कीजिए इससे आपको गर्मी नहीं लगेगी।
हल्के कपड़े पहनें
गर्मी के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनें। आपके कपड़ों का न केवल वजन हल्का हो बल्कि उनका रंग भी हल्का होना चाहिए। इस समय काले रंग के कपड़े बिलकुल न पहनें, ज्यादा से ज्यादा सफेद कपड़े ही पहनें। गर्मी मे हल्के रंगो वाले कॉटन कपड़े पहने, जो आरामदायक हो और गर्मी से बचाये।
सनस्क्रीन का प्रयोग
गर्मी के मौसम में धूप के संपर्क में आने से त्वचा संबंधित बीमारियां जैसे - रैशेज, टैनिंग आदि हो सकती है। इससे बचने के लिए जरूरी है बाहर निकलते वक्त सनस्क्रीन का प्रयोग करें। बाहर निकलते वक्त एसपीएफ 15-20 वाले सनस्क्रीन का प्रयोग कीजिए, इससे 12-15 घंटे तक आपकी त्वचा सूर्य की हानिकारक किरणों से बच सकेगी।
छतरी या टोपी
गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए बाहर निकलते वक्त अच्छे से तैयारी करके जायें, यानी छतरी या टोपी का प्रयोग करें। इससे आपका शरीर सूर्य की सीधे संपर्क में नहीं आता है और गर्मी नहीं लगती।
बाहर जाने का समय
गर्मी के मौसम में बाहर जाने के समय को निर्धारित कीजिए। कोशिश कीजिए कि दोपहर के वक्त बाहर निकलने से बच सकें, क्योंकि इस वक्त सबसे ज्यादा गर्मी होती है। शाम के वक्त या सुबह के वक्त ही घर से बाहर निकलिये।
फल और सब्जियां
गर्मी के प्रकोप को कम करने और आपको बीमारियों से बचाने में ताजे फल और हरी सब्जियों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इस मौसम में ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूज आदि का सेवन करना चाहिए।
अधिक थकान से बचें
इस मौसम में ऐसी कोई एक्टीविटी न करें जिसके कारण थकान हो सकती है। अगर आप व्यायम करते हैं तो आउटडोर व्यायाम न करें, सुबह के वक्त जब मौसम ठंडा हो तभी व्यायाम करें।
खानपान का ख्याल करें
इस मौसम में खानपान में अनियमितता के कारण पेट की समस्या, डायरिया, उल्टी, फूड प्वॉइजनिंग हो सकती है। इसलिए खानपान पर विशेष ध्यान दीजिए। बाहर का और डिब्बाबंद खाना बिलकुल न खायें।
बेकिंग सोडा और एलोवेरा जेल
गर्मी में आँखो एवं त्वचा पर तापमान का बुरा असर पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि इनका विशेष ध्यान रखा जाये। आँखो को ठन्डे पानी से थोड़ी-थोड़ी देर मे साफ करते रहे। गर्मी के मौसम में तेज धूप से अक्सर त्वचा पर एलर्जी या रैशेज हो ही जाते हैं। इनसे छुटकारे के लिए आप रैशेज पर एलोवेरा जेल लगाएं जिससे त्वचा को ठंडक मिलेगी और रैशेज ठीक हो जायेंगे। नहाने के पानी में चुटकी भर बेकिंग सोडा मिलाकर नहाने से भी गर्मियों में त्वचा पर एलर्जी नहीं होती है।
एनर्जी ड्रिंक लें
गर्मी में सर्वाधिक आवश्यकता एनर्जी ड्रिंक की होती है। इससे हमारे शरीर में पानी की कमी नही होती है। गर्मी में छाछ, फ्रूट ज्यूस, मिल्कशेक, नीबू, पोदीना पानी एवं नारियल पानी को जरूर पीएं। कोल्ड ड्रिंक लेने से बचे। इनसे थोड़ी देर के लिए राहत तो मिलती है, पर ये हानिकारक होते है।
धूप से आने के बाद एसी या कूलर से बचे
जब भी बाहर से घर मे आएं सीधे एसी या कूलर वाले रूम में प्रवेश न करें। ठीक इसके विपरीत यदि एसी, कूलर की हवा मे बैठे है तो सीधे बाहर धूप मे न जाए। पहले अपने शरीर को सामान्य तापमान मे लाएँ फिर घर से बाहर निकले। सुबह शाम ठन्डी हवा मे अवश्य टहलें।